टी ट्री आयल मेलेलुका अल्टीफोनिया नामक वृक्ष से प्राप्त किया जाता है।
(1) टी ट्री आयल में एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल के गुण पाए जाते हैं जो मुंहासे को ठीक करने में सहायक है।
(2) यदि टी ट्री आयल में जैतून का तेल या नारियल का तेल मिलाकर लगाया जाए इससे सिर में से डैंड्रफ की समस्या खत्म हो जाती है।
(3) यदि आपको मच्छर से परेशानी है। तब आप टी ट्री आयल के कुछ बूंदो को अपने हाथों में लेकर के अपने शरीर में लगा लीजिए। उससे आपको मच्छर नहीं काटेंगे। इसके अलावा यदि आपके शरीर को दुर्गंध आती है उसके लिए आप टी ट्री आयल के कुछ बूंदो को पानी में मिलाकर स्नान कर लीजिए। इससे शरीर से दुर्गंध नहीं आएगा।
टी ट्री ऑयल के अनेक फायदे हैं। हमारे शरीर में होने वाली असाध्य बीमारियों के लिए किसी रामबाण से कम नहीं है। टी ट्री आयल में पाया जाने वाला एंटीमाइक्रोबियल्स और एंटीबैक्टीरियल और साथ ही साथ एंटी डायबिटिक गुण इसे महत्वपूर्ण बनाते हैं।