Sharir Mein Pani ki Kami ke Karan: गर्मी के मौसम का आगमन हो चुका है। लोग पानी की पूर्ति के लिए तरह-तरह के यत्न करते हैं जैसे कि खीरा खाते हैं क्योंकि खीरा में 97% पानी पाया जाता है और तरबूज -,तरबूज का सेवन करते हैं। देखिए कि पानी जो होता है हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही आवश्यक है। यदि शरीर में पानी की कमी हो जाती है तो हमें सिरदर्द और चक्कर आना, मुंह की बदबू और ना जाने कौन-कौन से प्रॉब्लम होने लगती है। शरीर में पानी की कमी की बीमारी को डिहाइड्रेशन बोलते हैं। यदि शरीर को डिहाइड्रेशन से बचाना है तो हमें पानी पीने के सही तरीके को जानना होगा। जिससे हम डिहाइड्रेशन की प्रॉब्लम से बच सके। वैज्ञानिक अनुसंधान में हुए एक खुलासे के अनुसार हमारा शरीर का 70 परसेंट भाग हड्डी और अस्थि मज्जा और पेशियों से निर्मित है, 30 परसेंट भाग तरल पदार्थों से निर्मित है, जिसमें ब्लड, डब्ल्यूबीसी, आरबीसी, और वाटर शामिल है। आज हम इसी विषय पर चर्चा करेंगे कि पानी की कमी यदि शरीर में हो जाए तो उसकी पूर्ति कैसे करना है और कारण क्या है?
Sharir Mein Pani ki Kami ke Karan Kya Hai?
(1) कुछ व्यक्तियों की पास इतना भी समय नहीं होता है कि वह वक्त को ध्यान में रखते हुए अपने शरीर को रिहाइड्रेट करने के लिए दो-तीन घंटे के अंतराल में एक गिलास लेकर के दो गिलास पानी पी सके। पूरे शरीर को रिहाइड्रेट करने के लिए एक ही बार में 1 लीटर पानी पी लेते हैं। ऐसा करने से उनकी किडनी पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इतना ही नहीं बार-बार लघुशंका लगती रहती है। अब ऐसे में शरीर में पानी टिक भी नहीं पाता है तो शरीर कैसे रिहाइड्रेट रहेगा बल्कि डिहाइड्रेट हो जाएगा।
(2) पानी का कैलकुलेशन करके नहीं पीते हैं अर्थात अनौपचारिक संगठन वाले व्यक्ति जैसे रिक्शा चालक रेहड़ी पटरी लगाने वाले और किसानों को पानी की आवश्यकता ज्यादा होती है आम व्यक्ति के मुकाबले में। क्योंकि वे लोग ज्यादा परिश्रम करते हैं जिसके परिणाम स्वरूप उनके शरीर से ज्यादा पसीना निकलता है। इसलिए उनका शरीर डिहाइड्रेट होता रहता है और शरीर को रिहाइड्रेट करने के लिए कम से कम अनौपचारिक संगठन वाले व्यक्तियों को औसतन दिन भर में 10 गिलास से कम पानी नहीं पीना चाहिए और आम व्यक्तियों को औसतन 6 गिलास से कम पानी नहीं पीना चाहिए।
(3) शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी के कारण भी डिहाइड्रेशन हो जाता है। इलेक्ट्रोलाइट्स में मैग्नीशियम, पोटेशियम और सोडियम जैसे आवश्यक खनिज तत्व पाए जाते हैं जो इलेक्ट्रोलाइट पाउडर के माध्यम से हमारे शरीर में प्रवेश करते हैं। जिससे हमारा शरीर रिहाइड्रेट हो जाता है।
(4) डिहाइड्रेशन का एक कारण और यह होता है शरीर में शुगर के लेवल का बढ़ जाना अर्थात जब शरीर में शुगर का लेवल बढ़ जाता है तो बार बार यूरीन पास करने की आवश्यकता होती है। जिसके परिणाम स्वरूप शरीर डिहाइड्रेट हो जाता है।
(5) कॉफी, कोल्ड कॉफी, हॉट कॉफी और चाय और सॉफ्ट ड्रिंक का यदि अधिक मात्रा में सेवन किया जाए तो इससे भी डिहाइड्रेशन की प्रॉब्लम हो जाती है।
कैसे जानेंगे कि शरीर में पानी की कमी हो गयी है?
(1) शरीर में जब पानी की कमी हो जाती है तो हमारे होंठ सूखने लगते हैं जिसके परिणाम स्वरूप होठों पर पपडियां जम जाती है और होठ भद्दा दिखने लगता है।
(2) जब यूरिन का रंग गाढ़ा हो जाए तब आपको सतर्क हो जाना चाहिए क्योंकि यह डिहाइड्रेशन का संकेत दे रहा है। यूरिन का रंग पीला यूरोक्रोम के कारण होता है।
(3) मुंह से दुर्गंध आना भी डिहाइड्रेशन की श्रेणी में गिना जाता है क्योंकि जब गलत सूख जाता है सांस लेने में प्रॉब्लम होने के कारण दुर्गंध भी आने लगती हैं।
(4) बार-बार प्यास लगना भी डिहाइड्रेशन के लक्षणों में ही आता है। यदि आपको बार-बार प्यास लगने की प्रॉब्लम से निजात पाना है तो इसके लिए आप नींबू पानी का सेवन करिए या इलेक्ट्रॉन पाउडर का सेवन कर सकते हैं।
(5) शरीर में पानी की कमी से खून का आयतन भी घट जाता है। जिसके परिणाम स्वरूप हमारा ब्लड प्रेशर लो हो जाता है जिससे सिर दर्द और जी मिचलाने की समस्या होने लगती है।
(6) हृदय पर जब बुरा प्रभाव पड़ने लगए अर्थात शरीर में पानी की कमी से खून की भी कमी हो जाती है। जिससे हमारे हृदय को शरीर के सभी अंगों तक खून को पहुंचाने के लिए अतिरिक्त मेहनत करना पड़ता है। जिसके परिणाम स्वरूप हमारा हृदय कोलैप्स कर सकता है।
शरीर को डिहाइड्रेशन के मोड से रिहाइड्रेशन के मोड में ले जाने के उपाय कौन-कौन से हैं?
(1) शरीर को रिहाइड्रेट करने के लिए इलेक्ट्रॉन पाउडर का सेवन कर सकते हैं इससे आपका शरीर 24 घंटे लगातार रिहाइड्रेट बना रहेगा।
(2) गर्मी के मौसम में फलों में तरबूज, खरबूज और मौसमी जूस का सेवन ज्यादा करना चाहिए इससे भी शरीर में पानी की कमी कभी नहीं होगी।
(3) शरीर को डिहाइड्रेशन से बचाने के लिए हो सके तो अपने आहार में खीरा, ककड़ी और नारियल पानी को जरूरी शामिल करें।
(4) शरीर को डिहाइड्रेशन से बचाने के लिए अपने डेली रूटीन में माउथ योगा को अवश्य ही शामिल करें।।
निष्कर्ष:
जब शरीर में पानी की कमी होने लगती है। तब आपको सतर्क हो जाना चाहिए कि आपके शरीर में पानी की कमी क्यों हो रही है? इसका कारण क्या है और इन कारणों को जानने के बाद इसके उपचार की ओर उन्मुख हो जाइए।
FAQ:
(1) शरीर में पानी कम होने से क्या होता है?
शरीर में पानी कम होने से सिर दर्द, मुंह से दुर्गंध और चक्कर आना और अचानक मोटापा बढ़ जाना आदि तरह तरह की समस्याएं होने लगती है।
(2) हमारे शरीर में पानी की कमी को क्या कहते हैं?
शरीर में पानी की कमी को डिहाइड्रेशन अर्थात निर्जलीकरण कहते हैं।