Jamun Khane ke Fayde: भारत के सुप्रसिद्ध चिकित्सक धन्वंतरी ने जामुन को अमृत की संज्ञा दी है अर्थात जामुन एक ऐसा फल है जो मृत व्यक्ति के शरीर में प्राण का संचार करता है और रही बात जामुन की विशेषता के बारे में तो इसकी विशेषता महाकवि बाल्मीकि द्वारा रचित रामायण में भी इसका वर्णन मिलता है। रामायण में इसे जम्बू फल कहा गया है। ऐसा भी कहा जाता है कि भगवान श्रीराम ने वनवास के दौरान उनकी मनपसंद फलों में कंदमूल के अलावा जामुन भी था। उन्होंने जामुन कंदमूल और बेर को खाए पूरे वनवास के समय। जामुन इसलिए रामायण के समय महत्वपूर्ण था क्योंकि इसमें प्रोटीन और फाइबर और आयरन की बहुत अधिकतम होती है जिसके परिणाम स्वरूप इसकी सेवन के बाद जो व्यक्ति होता है वह अपने आपको स्फूर्तिवान महसूस करता है और इसमें भरपूर मात्रा में कैलोरी भी होती है। जिससे शरीर में ऊर्जा की कमी नहीं होती है। इसीलिए द्वापर युग, त्रेता युग, सतयुग और कलयुग में इसका उपयोग होता रहा है। जामुन ऐसा फल है जो आप को बड़ी आसानी से भारत और एशिया के अन्य देशों जैसे इंडोनेशिया ,जावा ,सुमात्रा और ब्रुनेई में मिल जाएगा भारत के आप जिस भी वन में जाएंगे आपको आसानी से जामुन की उपलब्धता हो जाएगी जामुन का स्वाद मीठा होता है लेकिन इसकी प्रकृति थोड़ा कसैलापन होता है।
आइए जानते हैं कि प्रकृति में कसैलापन पाया जाने वाला जामुन क्या है?
जामुन का वैज्ञानिक नाम सीजियम कमिनी है। जामुन की वृक्ष में लगने वाला फल का रंग बैंगनी होता है, फल मध्यम आकार का होता है लगभग 2 सेंटीमीटर से लेकर 3 सेंटीमीटर तक। जामुन का फल का बौर लगना मई के महीने से प्रारंभ होता है और जून-जुलाई तक इसका फल पक जाता है। प्रकृति में जामुन थोड़ा कसैला पन होता है। लेकिन स्वाद इसका बहुत मीठा होता है। इस कसैला पन को दूर करने के लिए इसको नमक के साथ खाया जाता है। अब बात आती है जामुन की उत्पत्ति किस देश में हुई थी तो आपको बता दें कि जामुन की उत्पत्ति भारत में हुई थी। लेकिन भारत के अलावा दक्षिण एशिया के देशों इंडोनेशिया, थाईलैंड में भी आपको जामुन के वृक्ष देखने को मिल जाएंगे। लेकिन वैश्वीकरण के इस युग में जामुन की अंतरराष्ट्रीय बाजार में बढ़ती मांग को देखते हुए। अब कई देश अपने यहां जामुन की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए किसानों को सब्सिडी भी दे रहे हैं। क्योंकि जामुन एक अमृत फल है या रोग नाशनी है शरीर की पीड़ा को कर देता है ऐसा भी वर्णन मिलता है यह पुरुष के अंदर फर्टिलिटी रेट को भी बढ़ाता है।

जामुन में पाया जाने वाला पोषक तत्व कौन कौन सा है?
(1) विटामिन सी
(2) राइबोफ्लेविन
(3) थायमीन
(4) फोलेट
(5)नियासिन
(6) पैरोडोसिन
(7) पैंटोथैनिक एसिड
(8) फाइबर
(9) आयरन
(10) सोडियम
(11) कोलीन
(12) पोटेशियम
(13) मैग्नीशियम
भारत में जामुन की कितनी प्रजातियां पाई जाती है?
(1)जामुन
(2)सफेद जामुन
(3)काठ जामुन
(4)भूमि जम्बु
जामुन को अन्य भाषा में किस किस नाम से जाना जाता है?
भाषा | नाम |
हिंदी | जामुन |
अंग्रेजी | ब्लैकबेरी |
संस्कृति | फलेन्द्रा |
उर्दू | जामन |
बंगाली | कालाजाम |
तेलगू | जम्बूवू |
Jamun Khane ke Fayde कौन-कौन से होते हैं?
(1)हेयर फॉल को कम करता है
जामुन में विटामिन सी और आयरन पाया जाता है। विटामिन सी और आयरन बालों के ग्रोथ के लिए बहुत ही अच्छे माने जाते हैं। यदि शरीर में विटामिन सी और आयरन की कमी हो जाती है तो हमारे हेयर फाल होने लगते हैं। यदि हेयर फाल से बचना है तो जामुन का सेवन करिए। जामुन में भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है आयरन विटामिन सी को अवशोषित करने का कार्य करता है।

(2) पेट के प्रॉब्लम को दूर करता है
पेट से संबंधित बीमारियां जैसे पेट में ऐठन, पेट में जलन, पेट में एसिड बन जाना, पेट में कब्ज हो जाना, पेट में गैस हो जाना है या तरह-तरह की बीमारियां से आप परेशान हैं तो अब आप परेशान मत होइए। बस अपने जीवन में इस बैंगनी रंग के फल को लाइए अर्थात जामुन को लाइए। क्योंकि जामुन में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी बैक्टीरिया का गुण पाया जाता है जो आपके पेट से संबंधित जितनी भी बीमारिया है उपर्युक्त वाक्य में बताई गई है वह सब दूर हो जाएगी और आपका पेट स्वस्थ हो जाएगा।

(3) डायबिटीज रोग को नियंत्रित करने का कार्य करता है
जामुन में एंटी डायबिटिक का गुण पाया जाता है। जिस भी व्यक्ति को डायबिटीज हुआ है तो उसे जामुन का सेवन करना चाहिए। इससे ब्लड में शुगर की मात्रा कम होती है। जिससे आपको डायबिटीज भी नहीं होगी भविष्य में यदि हो गया है तो वह डायबिटीज भी कंट्रोल भी करेगा। इसके लिए आपको अलग से इंसुलिन का इंजेक्शन भी नहीं लेना पड़ेगा।
(4) एनीमिया के रोग से बचाता है
शरीर में खून की कमी को एनीमिया कहते हैं अर्थात यह लोग अक्सर गर्भवती महिलाओं को हो जाता है। यदि गर्भवती महिलाओं को इस रोग से बचना है तो उन्हें अपने जीवन में जामुन को जरूर ही शामिल करना चाहिए अपने डेली रूटीन में। क्योंकि जामुन में आयरन पाया जाता है। आयरन शरीर में ब्लड की सप्लाई को सुचारू ढंग से पूरा का पूरा करने में सहयोग करता है।

(5) स्किन डिजीज को भी दूर करता है
यदि आपकी त्वचा रूखी है और आपकी त्वचा पर दाग धब्बे हो गए हैं तो घबराने की आवश्यकता नहीं है। बस आप जामुन का पेस्ट बनाइए और उस पेस्ट को उस दाग धब्बे वाले स्थान पर लगाइए। इससे आप कुछ दिनों बाद देखेंगे आपकी स्किन खिलखिलाने लगेगी और साथ ही साथ स्किन में चमक भी आ जाएगी और ग्लो भी करने लगेगा। अभी हाल ही में करीना कपूर ने अपने इंटरव्यू में एक खुलासा किया उसने उन्होंने कहा कि मेरी खूबसूरती का राज जामुन है। क्योंकि वह बताती है कि मैं अपने डेली रूटीन में जामुन जरूर खाती हो।
(6) पायरिया और दांतों में खून आना की प्रॉब्लम को भी सॉल्व करता है
जामुन के पाउडर में नमक को मिलाकर करने से पायरिया और दांतों से खून आने की प्रॉब्लम दूर हो जाती है और इसके अलावा भविष्य में आपकी दातों में कभी भी पायरिया भी नहीं लगेगी और दांतो से खून भी नहीं आएगा।
(7) शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है
जामुन में आयरन,फोलिक एसिड और कोलिन जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का कार्य करते हैं। यदि प्रतिदिन जामुन का सेवन अपनी डाइट में शामिल किया जाए तो इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी। जिसके परिणाम स्वरूप मौसम में बदलाव के परिणाम स्वरूप जो बीमारियां हो जाती हैं वह बीमारियां नहीं होंगी।
जामुन खाने के नुकसान कौन-कौन से हैं?
(1) अधिक मात्रा में जामुन खाने से खांसी की प्रॉब्लम हो सकती है। इससे फेफड़े भी क्षतिग्रस्त हो सकते हैं।
(2) ब्रेस्ट फीडिंग कराने वाली माताओं को जामुन का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे नवजात शिशु पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
(3) खाली पेट जामुन नहीं खाना चाहिए इससे पेट में कब्ज और गैस बनने की समस्या हो सकती है।
(4) गले में इंफेक्शन भी हो सकता है
(5) जिस भी व्यक्ति को एलर्जी की प्रॉब्लम हो उसे भी जामुन खाने से बचना चाहिए यह जामुन खाना है तो आयुर्वेदाचार्य से परामर्श कर ले उसके बाद ही खाएं।
जामुन का सेवन कैसे करें?
(1) फल के रूप में
(2) बीज के रूप में
निष्कर्ष:
Jamun Khane ke Fayde: जामुन जिसे जंबू फल भी कहा जाता है। इसमें खांसी और हेयरफाल को कम करने और पेट से संबंधित बीमारियों को दूर करने वाला गुण पाया जाता है।
FAQ:
(1) जामुन खाने से कौन सा रोग दूर होता है?
जामुन खाने से डायबिटीज हेयर फॉल और पेट की प्रॉब्लम और गठिया जैसे रोग दूर होते है।
(2) जामुन की तासीर कैसी होती है?
जामुन की तासीर ठंडी होती है इसलिए गर्मी के मौसम में इसका सेवन करने से पेट को ठंडक भी मिलता है।
(3) जामुन खाने का सही समय क्या है?
जामुन खाने का कोई निश्चित समय नहीं है। आपकी जब इच्छा हो तब जामुन खा सकते हैं। बस आपको ध्यान रखना यह है कि आपको सुबह खाली पेट जामुन नहीं खाना है बस।
(4) जामुन खाने के कितनी देर बाद पानी पीना चाहिए?
जामुन खाने के लगभग आधे घंटे बाद पानी पीना चाहिए
(5) क्या हम रात में जामुन खा सकते हैं?
रात में जामुन खाया जा सकता है कोई समस्या नहीं होगी।
(6) जामुन खाने का सही तरीका क्या है?
जामुन खाने से पहले अच्छी तरह से जामुन को धूल ले उसके बाद नमक के साथ जामुन को खाएं।
(7) जामुन में कौन सा विटामिन पाया जाता है?
जामुन में विटामिन सी पाया जाता है।