Bukhar Ke Gharelu Upchar: मौसम परिवर्तन जैसे गर्मी से ठंडी की ओर रुख करना और ठंडी से गर्मी की ओर रुख करना इस बीच जो अंतराल होता है। उसके कारण कई पैरासाइट जो नेचर में डीएक्टिव पड़े रहते हैं। वह मौसम परिवर्तन के साथ एक्टिव हो जाते हैं और हमारे शरीर में प्रवेश करते हैं। जिसके परिणाम स्वरूप सर्दी- जुखाम और वायरल इनफेक्शन और बुखार हो जाता है। इस बुखार को वायरल फीवर भी कहा जाता है। यदि ऐसे बुखार से आपको निजात पाना है तो कुछ आपको घरेलू उपचार बताया जाएगा। जिसका पालन करके आप कुछ सीमा तक तत्कालिक निजात पा सकते हैं और आपको अच्छा महसूस भी होगा।
आइए जानते हैं कि बुखार क्या होता है?
किसी भी व्यक्ति का शारीरिक तापमान समान्यतः 37 डिग्री सेल्सियस और फारेनहाइट में 98.6 होता है। लेकिन जब शरीर का तापमान 37 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो जाता है तब हमें बुखार हो जाता है। ध्यान देने वाली बात यह है कि डॉक्टर की माने तो शरीर का औसतन तापमान 100.5 फारेनहाइट के बराबर जब हो जाता है तब बुखार का अनुभव होता है।
बुखार होने का कारण क्या है?
(1)सामान्य जुकाम
(2)कान संक्रमण
(3)पित्ताशय का रोग
(4)मूत्र मार्ग में संक्रमण
(5)पथरी
बुखार होने के बाद शरीर पर दिखने वाला लक्षण कौन-कौन सा होता है?
(1) कपकपी होना
(2) बहुत ज्यादा पसीने का स्रावण होना
(3) डिहाइड्रेशन की प्रॉब्लम
(4) दुर्बलता महसूस करना
(5) मन एकाग्र करने में कठिनाइयों का सामना करना
(6) शरीर को ऊपर से छूने पर गर्म महसूस होना
घर पर बुखार कम करने के असरदार घरेलू उपचार क्या है?
(1) ठंडे पानी से सिकाई करना
अक्सर जब हमारे शरीर का तापमान बढ़ जाता है अर्थात जब बुखार हो जाता है। उस बुखार को उतारने के लिए ठंडे पानी में कॉटन के कपड़े को भिगोकर के माथे पर और गर्दन पर सिकाई करनी चाहिए। ध्यान देना चाहिए कि 4 से 5 मिनट के अंतराल पर कपड़े को बदलते रहना चाहिए। ठंडे पानी से सिकाई करना या काफी हद तक कारगर तरीका है। उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश और हरियाणा जैसे राज्यों में बुखार उतारने के लिए ठंडे पानी से सिकाई करना प्राथमिक उपचार माना जाता है।
(2) तुलसी के पत्तियों का सेवन करना
हम सबके घरों में तुलसी का पौधा अवश्य होता है। यह तुलसी हमारे आस्था का केंद्र होने के साथ-साथ यह एक दिव्य चमत्कारिक आयुर्वेदिक औषधि है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल और anti-inflammatory का गुण भी पाया जाता है। तुलसी की पत्तियों का सेवन बुखार के समय करना काफी लाभप्रद माना जाता है। क्योंकि इसके सेवन के पश्चात हमारे शरीर का रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। आप तुलसी के पत्तियों का चाय बनाकर पीजिए इससे आपको बुखार से निजात मिल जाएगी।
(3) सेब का सिरका बुखार के लिए रामबाण है
वाशिंगटन रिपोर्ट के अनुसार प्रतिदिन एक सेब खाने वाला व्यक्ति जीवन में कभी भी बीमार नहीं होता है। उसे कोई भी रोग नहीं होता है। सेब में विटामिन ए और अल्प मात्रा में विटामिन सी और आवश्यक माइक्रोन्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं जो शरीर कि विकास के लिए बहुत जरूरी माने जाते हैं। यदि आप सेब के सिरके का सेवन करते हैं तो इससे आपका बुखार 100% उतर जाएगा। बस आपको यह करना है कि सबसे पहले दो चम्मच सेब का सिरका लेना है। उसमें एक चम्मच शहद मिलाकर के दिन में कम से कम 2 बार और अधिकतम 3 बार पीना है।
(4) लहसुन भी काफी असरदायक होता है
लहसुन में एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल और एंटीमाइक्रोबॉयल का गुण पाया जाता है जो शरीर को रोगों से लड़ने के लिए इम्यूनिटी को मजबूत बनाता है यही लहसुन आपकी बुखार को उतारने में भी अपनी भूमिका निभा सकता है। लहसुन की तासीर गर्म होती है जिसके सेवन के पश्चात शरीर का तापमान बढ़ जाता है जिससे बहुत अधिक मात्रा में पसीना निकलने लगता है पसीने के साथ हार्मफुल टॉक्सिंस शरीर से बाहर निकल जाते हैं।
(5) खूब पानी का सेवन करें
जब बुखार हो जाए तो रोगी को खूब पानी का सेवन करना चाहिए। खूब पानी पीने से बॉडी डिटॉक्स हो जाता है। बुखार के समय पानी पीने की इसलिए आवश्यकता पड़ती है। क्योंकि जब हमारे शरीर का तापमान बढ़ जाता है खून पसीना होता है और वाष्पीकरण होने के पश्चात ठंडक का एहसास भी होता है लेकिन ऐसे में शरीर में पानी की कमी भी हो जाती है इसीलिए पानी पीना अनिवार्य है।
(6) ज्यादा से ज्यादा आराम करें
जब बुखार हो जाए तो रोगी को आराम करना चाहिए यदि ऐसे समय में रोगी कोई काम करता है या कहीं घूमने टहलने चला जाता है तो उसके शरीर से गर्मी निकलने लगती है। लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि रोगी को आराम करना चाहिए। आराम इसलिए करना चाहिए क्योंकि बुखार के दौरान रोगी का शरीर वायरस से लड़ रहा होता है।
निष्कर्ष:
वातावरण में परिवर्तन के साथ वायरल फीवर और वायरल इन्फेक्शन होना आम बात है। क्योंकि इससे हमारा शरीर रोगों से लड़ने के लिए अभ्यस्त हो जाता है। जिससे हमें भविष्य में किसी बड़ी बीमारी से सामना करने में आसानी होती है। यदि बुखार हो जाता है तो अपने घर पर ही ठंडे पानी की सिंकाई और लहसुन का सेवन करना काफी हद तक लाभप्रद माना जाता है।
FAQ:
(1) बुखार को तुरंत ठीक कैसे करें?
बुखार को तुरंत ठीक करने के लिए खूब पानी पिए कमरे को ज्यादा गर्म ना रखें और हल्के कपड़े पहनने चाहिए और तुलसी के पत्ते की बनी चाय का सेवन करना है।
(2) तेज बुखार से जल्दी कैसे छुटकारा मिलता है?
तेज बुखार से जल्दी से छुटकारा पाने के लिए आराम करें और नारियल पानी और जूस का सेवन करें यदि इससे राहत नहीं मिल रहा है डॉक्टर से परामर्श भी ले सकते हैं।
(3) अगर सिर में बुखार हो तो क्या करना चाहिए?
सिर में बुखार हो तो शरीर को रिहाइड्रेट करने के लिए नारियल पानी और सादा दाल और जूस का सेवन करना सर्वाधिक लाभप्रद माना जाता है।
(4) नमक से बुखार कैसे उतारा जाता है?
नमक से बुखार उतारने के लिए नींबू के एक कटे हुए भाग पर नमक और पीसी हुई अजवाइन का छिड़काव करें। उसके बाद उस नींबू को भूने। भुनने के बाद हल्के गुनगुने पानी में नींबू को निचोड़ दे और उसके बाद उसको पी लेना है।
(5) बुखार उतारने का मंत्र क्या है?
बुखार उतारने के लिए गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए।
(6) बुखार में कौन सा पानी पीना चाहिए?
बुखार में हमेशा गुनगुना पानी पीना चाहिए।