Aloe Vera Ke Fayde: एलोवेरा का उपयोग भारत में प्राचीन काल से औषधि के रूप में उपयोग होता रहा है। लेकिन इसका उपयोग सीमित था। सीमित इसलिए था कि क्योंकि इसके लाभ के विषय में बहुत सारे लोगों को नहीं पता था। लेकिन इस 21 वी शताब्दी में बाबा रामदेव ने एलोवेरा के महत्व के विषय में बताया। इसके साथ ही लोगों को आसानी से एलोवेरा उपलब्ध हो सके इसके लिए उन्होंने एलोवेरा जूस वह भी कम दाम पर बाजार में उपलब्ध करवाया। जिससे लोग इसका उपयोग करके अपने शारीरिक रोगों से मुक्ति पा सके। और एक स्वस्थ जीवन जी सकें। एलोवेरा ना केवल मनुष्य के लिए लाभदायक है बल्कि पशुओं के लिए भी लाभदायक है। न्यूयॉर्क पत्रिका में छपी एक शोध के अनुसार” भेड़ को कृत्रिम गर्भाधान करने के लिए उसके वीर्य को पतला बनाने के लिए एलोवेरा का उपयोग किया जाता है”। इतना ही नहीं यह पशुओं के घाव को शीघ्र ही भरने में मदद करता है। एलोवेरा की खेती किसानों के लिए आय का सृजन भी कर रही है इसकी महत्ता को देखते हुए बड़े-बड़े किसान एलोवेरा की खेती करने के लिए इसकी ओर प्रसन्नता से उन्मुख हो रहे हैं।
एलोवेरा क्या है? (Aloe Vera Kya Hai)
एलोवेरा शीतोष्ण कटिबंधीय और उष्णकटिबंधीय वाला एक पौधा है। यह पौधा न्यूनतम 60 सेंटीमीटर और अधिकतम 100 सेंटीमीटर तक लंबा होता है। देखने में यह एक भाले की तरह दिखता है। इसके तने को यदि आप ऊपर से नीचे की ओर देखेंगे। तब आप पाएंगे कि इसका क्षेत्रफल ऊपर से नीचे की ओर जाने पर बढ़ता जाता है। इसका रंग हरा होता है। किसी- किसी प्रजातियों में हरे रंग के अलावा छोटे-छोटे सफेद धब्बे एलोवेरा के तनों में होता है। इसका उपयोगी भाग रसदार गुदा है। एलोवेरा का वैज्ञानिक नाम “एलो बारबेडेन्सीस मिलर” है। इसकी उत्पत्ति उत्तरी अफ्रीका के माना जाता है। एलोवेरा को हिंदी में घीक्वार और संस्कृत में घृतकुमारी कहते हैं। और इंग्लिश में इसका नाम एलोवेरा ही है। भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में एलोवेरा को घृतकुमारी के नाम से जाना जाता है।
एलोवेरा में पाया जाने वाला पोषक तत्व कौन-कौन सा है? (Aloe Vera Me Kon Kon Sa Vitamin Paya Jaate Hain | Poshak Tatva)
(1) विटामीन ए
(2) विटामिन बी1, बी2, बी3, बी6, बी12
(3) विटामिन सी
(4) विटामिन डी
(5) विटामिन ई
(6) फोलिक एसिड
(7) कैल्शियम
(8) मैग्नीशियम
(9) मैगनीज
(10) जिंक
(11) क्रोमियम
(12) सेलेनियम
(13) सोडियम
(14) आयरन
(15) पोटैशियम
(16) कापर
एलोवेरा का उपयोग करने से हमारे शरीर का कौन-कौन सा रोगों ठीक होता है? (Aloe Vera Ke Fayde | Aloe Vera Ke Upyog Se Sharir Ke Fayde)
एलोवेरा में पाया जाने वाला anti-inflammatory गुण और एंटीबैक्टीरियल गुण और इसके अलावा एंटीमाइक्रोबियल गुण हमारे शरीर के लगभग लगभग हर रोगों को दूर करने में अपनी प्रमुख भूमिका निभाता है। बशर्ते यदि इसका उपयोग किसी आयुर्वेदाचार्य के दिशा निर्देश पर किया जाए।
(1) पुरानी से पुरानी खांसी जुकाम से पाए छुटकारा
यदि एलोवेरा के जूस में सेंधा नमक मिला दिया जाए और रात को सोते समय 5 ग्राम मुनक्के के साथ एलोवेरा के जूस के साथ इसका सेवन किया जाए तो इससे पुरानी से पुरानी खांसी जुकाम कुछ दिनों में ठीक हो जाएगा। इसका कारण है इसमें पाया जाने वाला anti-inflammatory गुण और एंटीमाइक्रोबॉयल गुण खांसी और जुकाम को ठीक करने में अपनी अहम भूमिका निभाता है।
(2) सर दर्द से राहत
यदि किसी भी व्यक्ति को सर दर्द की समस्या रहती है। तब उसको एलोवेरा का जूस ले लेना है। उसमें दारू हल्दी का चूर्ण मिला लेना है। उसके बाद एलोवेरा जूस को गर्म कर लेना है और सुबह खाली पेट या शाम को सोते वक्त इसे पी लेना है। इससे आपको सर दर्द से राहत मिलेगी।
(3) कब्ज की समस्या से राहत देता है
लाइफस्टाइल में परिवर्तन के कारण आजकल लगभग- लगभग हर व्यक्ति कब्ज से परेशान है। नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे की एक रिपोर्ट के अनुसार हर 10 में से तीन व्यक्ति कब्ज की समस्या से ग्रसित है। ऐसे में उसे प्रतिदिन सुबह दो चम्मच एलोवेरा का जूस पीना चाहिए। वह भी खाली पेट इससे कब्ज पीड़ित व्यक्ति की कब्ज समस्या ठीक हो जाएगी। इसके अलावा जो व्यक्ति सुबह खाली पेट इसका सेवन करता है तो उसे ताउम्र कब्ज की समस्या कभी नहीं होगी।
(4) आंखों की सूजन और लालपन को भी ठीक करता है
एलोवेरा की गुदा में हल्दी मिलाकर बांधने से आंखों की समस्या जैसे सूजन और लालपन की समस्या दूर होती है और आपका आंख निरोगी बन जाता है।
(5) कान के दर्द में भी राहत देता है
जो भी व्यक्ति कान के दर्द से पीड़ित है। उसे एलोवेरा के जूस को 100 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर गर्म करने के बाद जब एलोवेरा हल्का गुनगुना हो जाए। तब उसको आप प्रभावित कान में डाल लीजिए इससे कान का दर्द दूर हो जाएगा।
(6) मुंहासे को भी ठीक करता है
एलोवेरा जेल को रात में सोने से पहले चेहरे में लगा लीजिए और सुबह ठंडे पानी से चेहरा धो लीजिए। यह प्रक्रिया आपको कुछ दिनों तक लगातार करना है। इसके उपयोग करने के कुछ दिनों बाद आप देखेंगे कि धीरे-धीरे आपके चेहरे पर ग्लो आ रहा है और मुहासा भी ठीक हो रहा है।
(7) त्वचा ताउम्र तक जवां रहेगा
जिस तरह chandan ke fayde आपके चेहरे के लिए लाभदायक है उसी प्रकार यदि आप उम्र भर तक जवान बने रहना चाहते हैं। तब आपको प्रतिदिन सुबह खाली पेट एलोवेरा का 10 से 20 मिलीग्राम तक इसका जूस पीना चाहिए। इससे आपकी त्वचा पर निखार रहेगी और असमय से पहले आप बूढ़े नहीं होंगे।
एलोवेरा के दुष्प्रभाव क्या है? (Aloe Vera Ke Nuksan)
(1) एलोवेरा के अधिक सेवन से शरीर में पोटेशियम की मात्रा बढ़ सकती है। इससे आपको कमजोरी का भी एहसास हो सकता है। गौरतलब बात यह है कि एलोवेरा का सेवन किसी आयुर्वेदाचार्य के परामर्श के अनुसार ही करना चाहिए।
(2) इसकी अधिक सेवन से स्किन डिजीज भी हो जाता है जैसे हाथ में रेड रैशेज और खुजलाहट भी हो सकती है।
(3) किसी किसी व्यक्तियों में एलोवेरा के अधिक सेवन से ब्लड शुगर की भी समस्या देखी गई है।
एलोवेरा का उपयोग हम अपने प्रतिदिन के दिनचर्या में किस प्रकार से कर सकते है?
एलोवेरा का उपयोग हम अपने प्रतिदिन के दिनचर्या में एलोवेरा जेल के रूप में या एलोवेरा जूस के रूप में या एलोवेरा के शर्बत के रूप में किया जा सकता है।
निष्कर्ष:
एलोवेरा विटामिन और सूक्ष्म पोषक तत्वों से परिपूर्ण है। यह शरीर के असाध्य से असाध्य रोगों को ठीक करने में सक्षम है। इसमें पाया जाने वाला anti-inflammatory गुण और एंटीमाइक्रोबियल्स शरीर के रोग प्रतिरोधक क्षमता को ठीक करता है।
सामान्य प्रश्न
(1) क्या एलोवेरा जेल के उपयोग से कोई व्यक्ति गोरा हो सकता है?
एलोवेरा में एंटीऑक्सीडेंट का गुण पाया जाता है। जिससे हमारी स्किन टोन लाइट होती है। और साथ ही साथ स्किन में चमक दमक भी बनी रहती है। चेहरे से पिंपल की समस्या से निजात पाया जा सकता है।
(2) एलोवेरा की तासीर कैसी होती है?
एलोवेरा की तासीर ठंडी होती है
(3) अपनी प्रतिदिन के दिनचर्या में एलोवेरा चेहरे में कितनी देर तक लगाना चाहिए?
एलोवेरा जेल को चेहरे में लगाने के बाद 2 मिनट तक मसाज करना चाहिए। उसके बाद ठंडे पानी से चेहरे को धो लेना चाहिए। और ऐसी प्रक्रिया सप्ताह में दो बार ही करना चाहिए।
(4) एलोवेरा के नुकसान क्या है?
एलोवेरा का अंधाधुंध उपयोग करने से निर्जलीकरण की समस्या,थकान,ब्लड शुगर की समस्या और इसके अलावा पेट गैस की भी समस्या हो सकती है।